देहरादून। राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) के समक्ष दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने ‘‘वन यूनिवर्सिटी-वन रिसर्च’’ योजना के तहत चल रहे शोध कार्य की प्रगति पर प्रस्तुतीकरण दिया। दून विश्वविद्यालय द्वारा ‘‘उत्तराखण्ड में महिलाओं के जीवन और आजीविका में सुधार’’ विषय पर शोध किया जा रहा है।
इस योजना के अंतर्गत राज्यपाल ने राज्य के सभी राज्य विश्वविद्यालयों को उनकी विशेषज्ञता के अनुसार राज्यहित में शोध कार्य करने के निर्देश दिए थे। प्रस्तुतीकरण के दौरान कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की शोध टीम ने उत्तराखण्ड के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर महिलाओं के जीवन और आजीविका से संबंधित डेटा एकत्र किया। टीम ने स्वास्थ्य सेवाओं तक महिलाओं की पहुंच, शिक्षा के अवसर, वित्तीय सेवाओं का लाभ, सुरक्षा एवं संरक्षण और जीवन की गुणवत्ता जैसे विषयों पर गहन शोध और अध्ययन किया। इसके अतिरिक्त, शोध में महिलाओं के उद्यमिता, आजीविका विविधीकरण, रिवर्स माइग्रेशन, सरकारी योजनाओं के प्रभाव, और आजीविका में सुधार के विभिन्न पहलुओं का भी विश्लेषण किया गया जिनके आधार पर अंतिम निष्कर्ष तैयार किया जा रहा है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय द्वारा किए गए शोध कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रयास उत्तराखण्ड में महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस शोध का उद्देश्य महिलाओं की वर्तमान जीवन परिस्थितियों को समझना और उनकी आजीविका में सुधार के लिए ठोस समाधान ढूंढना है।
राज्यपाल ने उत्तराखण्ड की मातृशक्ति की सराहना करते हुए कहा कि उनकी मेहनत, प्रतिभा और क्षमता असाधारण है, और उनकी क्षमताओं को पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। उनकी क्षमता और समर्पण को सही दिशा मिलने पर वे राज्य और देश के विकास में अभूतपूर्व योगदान दे सकती हैं। राज्यपाल ने कहा कि इस शोध के अंतिम सुझावों को उत्तराखण्ड सरकार और भारत सरकार के साथ साझा किया जाएगा। उन्होंने शोध टीम के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सचिव श्री रविनाथ रामन, अपर सचिव श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, और विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान के डीन प्रो. राजेन्द्र पी. ममगांई, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय उपस्थित रहे।