नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा जब से अध्यादेश लाया गया है, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल बहुत परेशान है और सभी पार्टियों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि अध्यादेश को रोका जाए और सभी पार्टी नेताओं से बात भी कर रहे हैं किंतु सबसे बड़ी पार्टी ने साथ आने के लिए निर्णय नहीं लिया एवं दिल्ली एवं पंजाब के बड़े नेताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ न आने के लिए हाई कमान से गुहार लगाई, इधर आदमी पार्टी द्वारा निर्णय में देरी करने पर केजरीवाल और उनके बड़े नेताओं द्वारा कांग्रेस को बहुत बुरा भला कहा और कांग्रेस ने भी पलटवार किया, तब भी मेरा यही कहना था कि कांग्रेस की जिस तरह की कार्यप्रणाली रही है, अध्यादेश के विरुद्ध नहीं जाएगी, राहुल गांधी को विपक्षी नेता बनाए जाने के लिए, यह फिर आत्मघाती निर्णय लेगी और वही हुआ जिसका डर था। इस निर्णय से कांग्रेस में ही विरोध है, तथा पार्टी यह जानते हुए कि सबसे ज्यादा नुकसान आम आदमी पार्टी ने ही कांग्रेस को पहुंचाया है, आगे भी यह आत्मघाती निर्णय साबित होगा।