देहरादून: अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के उपलक्ष्य में कृषि विभाग द्वारा देहरादून में आयोजित उत्तराखण्ड श्री अन्न महोत्सव 2023 के दूसरे दिन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने प्रतिभाग कर शुभांरभ किया। इस अवसर पर महोत्सव में उपस्थित सभी अतिथियों ने मिलेट्स पर आधारित विभिन्न स्टोलों का निरीक्षण किया। कृषि मंत्री जोशी ने सभी अतिथियों को पहाड़ी टोपी शाल और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।महोत्सव में कृषि विभाग द्वारा मिलेट्स राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजनान्तर्गत फसली वर्ष 2021-22 के आधार पर जिले की कृषि (खाद्यान्न / फसल उत्पादन) में उत्कृष्ट कार्य के लिये कृषकों रू.10 हजार की सम्मान राशि, स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र देकर पुरुस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजनान्तर्गत लघु एवं सीमान्त कृषकों के बच्चों को प्रोत्साहन राशि जनपद पौड़ी के छात्र / छात्राओं को हाईस्कूल के जतिन सिंह, इण्टरमीडिएट के आशीष कुमार और शुभाषी, स्नातक के भारत भूषण को प्रोत्साहित राशि प्रदान की गई।
अपने संबोधन में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को आगे ले जाने का कार्य करने के लिए कृषि मंत्री गणेश जोशी को इस आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से भारत आज श्री अन्न (मिलेट) का नेतृत्व कर रहा है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा उत्तराखंड में कृषि के क्षेत्र में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कृषि मंत्री गणेश जोशी द्वारा किए जा रहे अभिनव पहल निश्चित ही अपने लक्ष्यों को हासिल करेंगे। उन्होंने किसानों और आम जनमानस से श्री अन्न को अपने नियमित रूप में त्योहारों शादियों समारोह में श्री अन्न को शामिल करने का भी अनुरोध किया।हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल ने अपने संबोधन में श्री अन्न के लाभ और उसके महत्व पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश ने उत्तराखंड सरकार के कृषि विभाग द्वारा आयोजित श्री अन्न महोत्सव के आयोजन की जमकर सराहना की। पूर्व मुख्यमंत्री एवम् सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना को उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृव में श्री अन्न को बढ़ावा देने तथा उसके उत्पादन के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है।