नई दिल्ली – संसद के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है। आज से संसद की कार्यवाही नए संसद भवन में शुरू हो गई। इससे पहले सांसदों ने पुराने संसद भवन में फोटोशूट कराया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की प्रति लेकर नए भवन में प्रवेश किया। संसद के नए भवन में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना पहला भाषण दिया और कहा कि महिला आरक्षण बिल को ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम से जाना जाएगा, उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण पर कई सरकारों ने कोशिशें की लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी, अब महिलाओं को अधिकार देने और उनकी शक्ति का उपयोग करने के इस पवित्र काम के लिए शायद ईश्वर ने मुझे चुना है।
पीएम मोदी ने अपनी अपील में कहा कि सभी सांसद इसे सर्वसम्मति से पास कराएं। यह पावन शुरुआत हो रही है, यह सर्वसम्मति से कानून बने तो इसकी ताकत कई गुना बढ़ जाएगी,बीते कई सालों में महिला आरक्षण को लेकर कई वाद- विवाद और चर्चाएं हो चुकी हैं। यह बिल सबसे पहले 1996 पेश हुआ था,इसके बाद कई बार कोशिशें हो चुकी हैं, लेकिन उसे पास कराने के लिए पर्याप्त आंकड़े जुटा नहीं पाए थे। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में भी महिला आरक्षण बिल पेश किया गया था, तब भी कई बार कोशिशें हुईं थीं, लेकिन उसे पास नहीं कराया जा सका, वो सपना अधूरा रह गया था,अब एक बार हमारी सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है।