जयपुर – विधानसभा चुनावों ने राजस्थान का सियासी पारा बढ़ा दिया है।पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा देश विकसित होने के लक्ष्य के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। भारत 21वीं सदी में जिस ऊंचाई पर होगा उसमें राजस्थान की भूमिका बहुत बड़ी होगी। इसलिए राजस्थान में ऐसी सरकार होनी जरूरी है जो राजस्थान को सर्वोच्च प्राथमिकता दे। दुर्भाग्य से पिछले पांच साल राजस्थान में जो कांग्रेस सरकार रही, उसने अपने लोगों को विकास में और पीछे धकेल दिया। यहां की कांग्रेस सरकार के लिए भ्रष्टाचार से बड़ा कुछ भी नहीं है। यहां की कांग्रेस के लिए परिवाद ही सबकुछ है। यहां की कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण के अलावा कुछ नहीं सोचती। तुष्टिकरण का राजनीति का असर क्या होता है इसको राजस्थान ने बीते पांच वर्षों में झेला है। कांग्रेस ने राजस्थान को दंगों में झोंक दिया। आतंकी मानसिकता रखने वालों के हौसले बुलंद हो गए। सौहार्द की इस धरा पर ऐसी-ऐसी घटनाएं हुई जिनके बारे में हम कभी कल्पना भी नहीं कर सकते थे। ऐसी विकृत मानसिकता वाली कांग्रेस को अच्छे से सबक सिखाना जरूरी है।उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके घमंडिया गठबंधन की यह पहली हरकत नहीं है। सनातन को लेकर इन्होंने क्या-क्या कहा है, यह पूरे देश ने देखा है। मेरी माताएं-बहनों ने तो बहुत आक्रोश व्यक्त किया है। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके साथी सनातन को खत्म करने का एलान कर रहे हैं। सनातन को खत्म करने का मतलब है कि राजस्थान की संस्कृति को समाप्त करना। क्या ये करने देंगे आप, ये कांग्रेस के कारनामे चलने देंगे। एक घमंडिया गठबंधन की करतूत मान्य करेंगे।
Rajasthan Election – कांग्रेस को अच्छे से सबक सिखाना जरूरी – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि सभा का आयोजन छोटा पड़ गया, उसके लिए मैं आपकी क्षमा चाहता हूं। जो लोग ताप में तप रहे हैं और बड़े धैर्य के साथ सभा को सुन रहे हैं। जो ताप में तप रहे हैं उनको मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि ये ताप आपकी तपस्या को कभी भी बेकार नहीं जाने दूंगा। मैं विकास करके उसे लौटाऊंगा। आपके लिए कल्याण योजनाएं लेकर आऊंगा और आपकी ये तपस्या, मैं प्यार से उसकी कीमत चुकाऊंगा। आपको वादा करता हूं।भाइयों-बहनों ये पाली ऐसा है कि ये कभी पाला बदलता ही नहीं है। पाली की दूसरी ताकत भी है, पाली वालों को मालूम है कि नहीं है। हिंदुस्तान में कहीं भी जाइए, खासकर के मेरे गुजरात में जाकर देखिए कोई जिला ऐसा नहीं मिलेगा जहां पाली वाला भाजपा झंडा लेकर न खड़ा हो। आप तमिलनाडु में किसी को जाकर पूछोगे तो कहेगा कि मैं पाली का हूं। वो यहां तो पाला बदलता नहीं है और जहां जाता है वहां नई पारी भी खेल लेता है। ये ताकत है पाली वालों की।