नई दिल्ली – विधानसभा चुनावों के नतीजों के बीच आज संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षियों को बाहर की पराजय का गुस्सा सदन में नहीं निकालने की नसीहत दे डाली।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘देश ने नकारात्मकता को नकारा है। मैं लगातार सत्र के प्रारंभ में विपक्षियों के साथ विचार विमर्श करता हूं। लोकतंत्र का यह मंदिर जन आकांक्षाओं के लिए, विकसित भारत की नींव को और अधिक मजबूत बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण मंच हैं। मैं सभी सांसदों से आग्रह करता हूं कि वो ज्यादा से ज्यादा तैयारी करके आएं। सदन में जो बिल रखे जाए उनपर गहन चर्चा हो। उत्तम से उत्तम सुझाव आएं क्योंकि जब कोई सांसद सुझाव रखता है तो जमीनी हकीकत से जुड़ा होता है। इसलिए हम हमेशा विचार करने का आग्रह करते हैं। इस बार भी ये सभी प्रक्रियाएं पूर्ण कर ली गई हैं।’पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर मैं वर्तमान चुनाव नतीजों के आधार पर कहूं, तो ये विपक्ष में बैठे हुए साथियों के लिए सुनहरा अवसर है। इस सत्र में पराजय का गुस्सा निकालने की योजना बनाने के बजाय, इस पराजय से सीखकर, पिछले नौ साल में चलाई गई नकारात्मकता की प्रवृत्ति को छोड़कर इस सत्र में अगर सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ेंगे तो देश उनकी तरफ देखने का दृष्टिकोण बदलेगा।’