चंपावत: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज चंपावत में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्पर्क स्मार्ट स्कूल्स स्मार्ट ब्लॉक्स प्रोग्राम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सम्पर्क फाउंडेशन के फाउंडर चेयरमैन, विनीत नायर के साथ शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। विनीत नायर ने फाउंडेशन की ओर से मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। उसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीप प्रज्ज्वलन करके राज्य में सम्पर्क स्मार्ट स्कूल्स स्मार्ट ब्लॉक्स कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने चंपावत ब्लॉक के स्कूलों को टीवी सेट, सम्पर्क एफएलएन टीवी, गणित और इंग्लिश किट्स का वितरण किया, जो सभी सम्पर्क फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराए गए थे।इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘‘मुझे इस अभिनव कार्यक्रम का उद्घाटन करने की बहुत खुशी है। हमारे राज्य का यह सौभाग्य है कि हमें शिक्षा के क्षेत्र में सम्पर्क फाउंडेशन का सहयोग मिल रहा है। मैं सम्पर्क फाउंडेशन के फाउंडर चेयरमैन, विनीत नायर का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने हमारे राज्य और पूरे देश में स्कूली शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने के लिए अपना बहुमूल्य योगदान दिया है।’’ मुख्यमंत्री जी ने आगे कहा, ‘‘मैं शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन से आग्रह करता हूँ कि वो अपने अथक परिश्रम से इस कार्यक्रम को सफल बनाएँ। मुझे आशा है कि यह कार्यक्रम शुरू हो जाने के बाद सरकारी स्मार्ट स्कूल निजी स्कूलों के मुकाबले बेहतर हो जाएँगे।’’
शासकीय स्मार्ट स्कूल्स स्मार्ट ब्लॉक्स कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य में चंपावत जिले के चंपावत ब्लॉक में 137 स्कूलों के 274 शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर 5484 बच्चों के अध्ययन के परिणामों में सुधार लाना है। चंपावत ब्लॉक में 100 दिनों तक सफल क्रियान्वयन करने के बाद इस कार्यक्रम का विस्तार समयबद्ध तरीके से पौड़ी जिले के कृषु ब्लॉक में किया जाएगा।उद्घाटन कार्यक्रम में बोलते हुए विनीत नायर, फाउंडर चेयरमैन, सम्पर्क फाउंडेशन ने बताया, ‘‘सम्पर्क फाउंडेशन में हम सभी इस विशेष कार्यक्रम के क्रियान्वयन में मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए प्रोत्साहन व सहयोग के लिए उनके आभारी हैं। कक्षा में अध्ययन को विद्यार्थियों के लिए आनंददायक बनाने के लिए यह कार्यक्रम सम्पर्क के अध्ययन संसाधनों के गहन क्रियान्वयन पर केंद्रित होगा। सम्पर्क की टीम शिक्षकों की क्षमताओं का विकास भी सुनिश्चित करेगी ताकि शिक्षण व्यवस्थित और आसान बन सके। इस कार्यक्रम द्वारा स्कूलों पर किसी अतिरिक्त खर्च का बोझ नहीं आएगा, बल्कि पूरे राज्य में विद्यार्थियों और शिक्षकों को अद्वितीय एवं अत्यधिक प्रभावशाली अध्ययन का वातावरण प्रदान करने के लिए हम इसमें निवेश करेंगे।’’ श्री नायर ने कहा, ‘‘सम्पर्क टीवी का संवादपूर्ण यूज़र अनुभव इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण है, जो एनिमेटेड अध्ययन सामग्री के साथ विद्यार्थियों के संवाद करने के तरीके में भारी परिवर्तन ले आएगा। यह अनुभव सामान्य किताबों से पढ़ने की प्रक्रिया को बदलकर विद्यार्थी के अध्ययन को काफी विकसित बना देगा।’’