देहरादून । लंबे समय तक अभिनय की सिरमौर रही उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री गीता उनियाल का बीमारी के चलते निधन हो गया। पर्वतीय नाट्य मंच के अध्यक्ष अभिनेता बलदेव राणा ने अपने फेसबुक के माध्यम से इस दुखद समाचार की पुष्टि की है।गीता उनियाल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थीं। उन्होंने मंगलवार को अपने आवास पर अपनी आख़री सांस ली। तमाम लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है और कहा कि उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में बसी रहेगी।
कई गढ़वाली फिल्मों और नाट्यकला में अभिनय कर चुकीं गीता उनियाल का जय मां धारी देवी,मेरु गौ, खैरी का दिन आदि में अभिनय बेहद भावनात्मक और सटीकता से भरा रहा है और उन्होंने अपने द्वारा निभाई गई भूमिकाओं के साथ सौ प्रतिशत न्याय किया है। भुली-ए-भुली’ में शानदार अभिनय ने उन्हें सबके दिलोदिमाग में पर ला दिया । फिर क्या था, रंगमंच, वीडिओ एल्बम व फीचर फिल्मों में उनके अभिनय का सभी लोहा मानने लगे। फ़्योंली जवान ह्वेगे, भगत और घंडियाल, ब्यो, पीड़ा, संजोग, अभी जग्वाल कैरा फिल्मो में भी काम किया I इतना ही नहीं उन्होंने ‘द हैवोक’ नाम की हिंदी फिल्म में भी काम किया। उनके इन फिल्मों के माध्यम से अभिनय के कई नये रूप दिखे। इसके अलावा अभिनेत्री गीता उनियाल ने कई सुपरहिट एल्बम जिनमें सकला, खुद, नोनी भावना, छकना बांद, शुभागा, स्याली रौशनी, बिजुमा प्यारी, सुनीता स्याली, बिंदुली, बबिता, त्यारा सों, आंख्यों की तीस, जुन्याली रात इत्यादि एल्बमों के भी काम किया ।
मुख्यमंत्री धामी ने जताया दु:ख –
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विभिन्न उत्तराखण्डी गीतों में अभिनय करने वाली उत्तराखण्ड फिल्म जगत से जुड़ी प्रसिद्ध अभिनेत्री गीता उनियाल के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों, प्रशंसकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।